पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, हे शिव आपकी जय हो। जो भी इस पाठ को मन लगाकर करेगा, शिव शम्भु उनकी रक्षा करेंगें, आपकी कृपा उन पर बरसेगी।
ता पर होत है शम्भु सहाई ॥ ॠनियां जो कोई हो अधिकारी ।
हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे Shiv chaisa ॥ ॐ जय शिव…॥
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
कंबु – कुंदेंदु – कर्पूर – गौरं शिवं, सुंदरं, सच्चिदानंदकंदं ।
जय जय जय अनंत अविनाशी। shiv chalisa in hindi करत कृपा सब के घटवासी॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
बृहस्पतिदेव की कथा
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं shiv chalisa in hindi चालीस।
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥